Union Minister for HRD, Dr M M Pallam Raju today laid the foundation stone of the campus of Indian Institute of Management (IIM) in Ranchi.
Right now IIM Ranchi is functional at ground floor of the Suchna Bhawan,near the Raj Bhawan.
The campus, with lecture halls,hostels,library,residences of faculties and so on will come up on the land grated to IIM Ranchi by the state government at Cheri village under Kanke block in Ranchi district.
The construction work is expected to start soon.The foundation laying function was graced among others by Chief Minister Hemant Soren and Union Rural Development Minister Jairam Ramesh who were the Guests of Honour.
आर्इŒआर्इŒएमŒ,राँची (भारतीय प्रबंधन संस्थान,राँची) को इस तरह से कार्य करना चाहिए कि पर्यावरण एवं आर्थिक विकास में संतुलन एवं समन्वय हो तथा स्थानीय लोगों का विकास हो सके। उक्त बातें आर्इŒआर्इŒएमŒ,राँची के भवन के षिलान्यास समारोह के अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ग्रामीण विकास विभाग, भारत सरकार श्री जयराम रमेष ने कहा।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस तरह का निर्माण बंजर भूमि पर होने से उपजाऊ भूमि संरक्षित रहती है। उन्होंने दयामनी बारला के सुझाव की सराहना की एवं आर्इŒआर्इŒएमŒ,राँची को ‘सारंडा विकास योजना’ के अध्ययन करने का सुझाव दिया ताकि विकास के इस माडल से ज्ञात हो सके कि हमें क्या लाभ हुआ है एवं अन्य कौन-कौन कार्य करना है। केन्द्रीय मंत्री, मानव संसाधन विकास विभाग, श्री एमŒएमŒ पल्लम राजू ने षिलान्यास समारोह में आमंत्रण एवं त्वरित गति से इस कार्य को संपादित करने हेतु श्री जयराम रमेष एवं श्री हेमन्त सोरेन के प्रति आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि षिलान्यास का यह पत्थर मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि देष में 13 आर्इŒआर्इŒएम हैं एवं राँची का आर्इŒआर्इŒएमŒ 9वाँ है। यह सुखद संयोग भी है कि वे 9वें मुख्यमंत्री हैं। वे चाहेंगे कि शनै:-षनै: यहाँ अधिक से अधिक स्थानीय लोगों का नामांकन हो, वे षिक्षा ग्रहण कर सकें एवं नौकरी भी प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि इस तरह के षिक्षण संस्थान से पीढ़ी दर पीढ़ी षिक्षा मिलती रहेगी एवं रोजगार भी। उन्होंने झारखण्ड में आर्इŒआर्इŒटीŒ की भी माँग रखी।
मुख्य सचिव ने कहा कि आर्इŒआर्इŒएमŒ, राँची को झारखण्ड सरकार के विभिन्न परियोजनाओंयोजनाओं के लिए कंसलटेंट के रूप में महत्वपूर्ण सुझाव देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेष का विकास स्थानीय लोगों के विकास से संभव है अत: संस्थान को स्थानीय लोगों का ख्याल रखना चाहिए।
षिलान्यास समारोह के अवसर पर सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुबोधकांत सहाय, विधायक श्री रामचन्द्र बैठा, मानव संसाधन विकास विभाग ,भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव श्रीमती अमिता शर्मा, आर्इŒआर्इŒएमŒ,राँची के निदेषक, प्रोफेसर, एमŒजेŒजेवियर, अन्य गणमान्य व्यकित तथा ग्रामीण उपसिथत थे।