Soon after returning from New Delhi,he held a review meeting over the ghastly crime.
A press release issued by the public relations department in Hindi said as follows:
माननीय राज्यपाल डा0 सैयद अहमद ने कहा है कि देवघर जिला अन्तर्गत जसीडीह पुलिस लार्इन में विगत दिनों हुर्इ दो बचिचयों की हत्या पूरे राज्य के लिए शर्मनाक एवं निन्दनीय घटना है। राज्यपाल महोदय ने आज दिल्ली से राँची आते ही इस घटना को अत्यन्त गम्भीरता से लेते हुए राजभवन में एक समीक्षा बैठक आहूत की।
बैठक में परामर्षी श्री मधुकर गुप्ता, मुख्य सचिव श्री आर.एस. शर्मा, प्रधान सचिव, गृह विभाग श्री एन.एन. पाण्डेय, राज्यपाल के प्रधान सचिव श्री एन.एन. सिन्हा, आरक्षी महानिदेषक श्री राजीव कुमार, श्री अनुराग गुप्ता, महानिरीक्षक, अपराध अनुसंधान विभाग आदि मौजूद थे। राज्यपाल महोदय ने इस घटना की निन्दा व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटना किसी भी सभ्य समाज के माथे पर कलंक है। उन्होंने निदेष दिया कि दोषी व्यकितयों को अविलम्ब पुलिस हिरासत में ली जाय ताकि पीडि़त परिवार को न्याय मिले। उन्होंने अनुसंधान के सन्दर्भ में पृच्छा की। बैठक में राज्यपाल महोदय ने दोषी व्यकितयों के सन्दर्भ में सही-सही जानकारी देनेवाले व्यकितयों को 1 लाख की राषि र्इनाम के तौर पर देने का भी निदेष दिया। साथ ही, यह भी कहा कि सूचना देनेवाले का नाम गुप्त रखा जाय।
राज्यपाल महोदय ने बैठक में कहा कि देवघर की घटना को घटित हुए दस दिन से अधिक हो गये हैं। अभी तक दोषियों का नहीं पकड़ा जाना चिन्ताजनक है। उन्होंने इस हेतु अनुसंधान को और प्रभावी बनाने हेतु विषेष टास्क फोर्स गठित कराने निदेष दिया। राज्यपाल महोदय ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि उन्हें हर हाल में परिणाम चाहिये।
उन्होंने कहा कि राज्य में विधि-व्यवस्था को और सुदृढ़ व प्रभावी बनाने की जरूरत है। महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा पर विषेष ध्यान दिया जाय। इस प्रकार की घटना भविष्य में न घटित हो, इसके लिए पुलिस प्रषासन पूरी सक्रियता के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसा वातावरण रहे, जहाँ प्रत्येक व्यकित अपने को भयमुक्त व सुरक्षित महसूस कर सकें।
बैठक में राज्यपाल महोदय ने कहा कि अपराध की प्रवृŸािवाले लोगों के मन में कानून का भय होना चाहिये। उन्होंने अपराधियों को पकड़ने हेतु नाकेबंदी पर बल दिया। साथ ही, पुलिस प्रषासन अपने इनफारमेषन नेटवर्क को और मजबूत करें तथा जनता के साथ निरंतर संवाद स्थापित करें, अपराध नियंत्रण में आ सके। बैठक में उन्होंने गुमला जिला की विधि-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि जिला पुलिस बल अपराधी तत्वों पर अंकुष हेतु हरसंभव कोषिष करें।