मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुण्डा ने झारखण्ड राज्य के स्थापना दिवस के अवसर पर युवाओं, कृषकों, मत्स्यपालकों, उधमियों एवं स्वरोजगार से जुड़े सभी लोगों का आàवान किया कि उनके सतत प्रयास में ही झारखण्ड का स्वर्णिम भविष्य है।ज्ञान और शिक्षा की महत्ता को रेखांकित करते हुए उन्होनें कहा कि गांव की पंचायतों में यह चर्चा होनी चाहिए कि युवा शकित की क्षमता का विकास कैसे हो।पंचायतों, जिला परिषदों में सामूहिक चिंतन के जरिए ग्राम स्तर और जिला स्तर पर विकास का माडल विकसित किए जाएं।इस से पलायन रूकेगा और स्थानीय स्तर पर सरप्ल्स मैन पावर की क्षमता के सदुपयोग की संभावनाएं सृजित होंगी।उन्होनें कहा कि ग्राम विकास की योजना मात्र गांव और गांव के ही विकास के लिए होना चाहिए। योजनाओं को ठेकेदार और ठेकेदारी व्यवस्था के हित में नहीं होना चाहिए।उन्होनें कहा कि स्वरोजगार से स्वावलंबन की ओर जाना ही महान स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद बिरसा मुण्डा के प्रति सच्ची श्रद्धां जलि होगी।मुख्यमंत्री आज स्थानीय मोरहाबादी मैदान में आयोजित तीन दिवसीय ”युवा एवं कौशल विकास मेला-सह-प्रदशर्नी को उदघाटन कर रहे थे।[nggallery id=19]