*झारखंड से होगा देश अगला युवा मजदूर नेता*
देश के युवा मज़दूर नेताओं में एक अलग पहचान बनाये हैं झारखंड के ऋषिकेश मिश्रा, झारखंड देश का एक ऐसा राज्य हैं जहाँ मजदूरों की संख्या बहुतायत में हैं और मजदूर यूनियन भी काफी है। प्रदेश में सीसीएल,बीसीसीएल, सेल,टाटा मोटर्स, टाटा स्टील समेत अनेकों कंपनिया हैं, जहाँ मजदूरों का यूनियन हैं। प्रदेश में मजदूरों के बीच युवा नेताओं की भी अच्छी पैठ हैं, युवा मजदूर नेताओं में वर्तमान में झारखंड सरकार के मंत्री के भाई रौशन लाल चौधरी, पूर्व मंत्री के बेटा कुमार जयमंगल, स्व शफीक खान के पुत्र आफताब आलम , के साथ साथ पूर्व कांग्रेसी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री विन्देश्वरी दुबे के खासमखास रहे स्व रामचन्द्र मिश्रा के बेटा ऋषिकेश मिश्रा भी एक अच्छी पहचान मजदूरों के बीच बनाई है और आये दिन मजदूरों के हितों में आवाज़ उठाते रहते हैं, राज्य के अधिकतर मजदूरों को उनपर भरोसा भी हैं और अभी तक अपने उमीदों पर खरा उतरे हैं। पूरे प्रदेश में मजदूरों के हक लड़ाई के लिये लड़ते रहते हैं। 9माह पूर्व इन्हें कांग्रेस पार्टी से निष्काषित किया गया है लेकिन उन्होंने पार्टी के लिए काम करना नहीं छोड़ा और पार्टी के मज़बूती के लिए कार्य करते रहते हैं।इंटक के दोबारा युवा इंटक के प्रदेश अध्यक्ष भी चुने गए, मजदूरों और युवाओं के चहेते ऋषिकेश की राजनीति में काफी रुचि है, एक और जहां कई क्षेत्रीय पार्टियां उन्हें अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है ,वहीं हमसे बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वो कहीं भी नही जा रहे है ऒर वो कॉंग्रेस के सिपाही है ऒर रहेंगे । ऋषिकेश मिश्र की सबसे बड़ी पूंजी उनका युवाओं में लोकप्रिय होना है, आज प्रदेश में काफी रसूख वाले नेता के बेटे भी विरासत में मिली राजनीति को उस तरीके से बढ़ाने में असमर्थ है जितना सीमित संसाधनों में ऋषिकेश मिश्र ने किया है।
