Governor Syed Ahmad has asked the state’s drinking water and sanitation department to ensure no body faces any water scarcity.He has directed it to end the water woes of the people within a week
Governor Ahmad today reviewed the works of the department at the state secretariat project bhawan.A press release issued by the public relations department said in Hindi as follows:
महामहिम राज्यपाल डा0 सैयद अहमद ने कहा कि लोगों को पानी से संबंधित किसी भी प्रकार की परेषानी न हो, इस दिषा में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग तथा अन्य सम्बद्ध विभाग पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें। उन्होंने विभाग को निदेष दिया कि पूरे राज्य में 1 सप्ताह के अंदर पानी की किल्लत को दूर करें। जो भी व्यकित इस कार्य में लापरवाही अथवा षिथिलता बरतेंगे, उनके विरूद्ध कार्रवार्इ की जायेगी। उन्होंने कहा कि वरीय पदाधिकारीगण निरन्तर अनुश्रवण करने के साथ-साथ भौतिक रूप से भी क्षेत्रग्राम में जाकर देखें कि लोगों को पानी मिल रहा है या नहीं। महामहिम ने उक्त अवसर पर कहा कि वे अपने जिलेवार दौरा के क्रम में किसी भी क्षेत्र अथवा ग्राम में भैतिक रूप से जाकर पानी की सिथति का जायजा ले सकते हैं?
महामहिम राज्यपाल आज प्रोजेक्ट भवन सिथत अपने कार्यालय कक्ष में पेयजलापूर्ति के संदर्भ में एक समीक्षा बैठक कर रहे थे। समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग श्री सुधीर प्रसाद, महामहिम राज्यपाल के प्रधान सचिव श्री एन.एन. सिन्हा, उपायुक्त, राँची श्री विनय कुमार चौबे, राँची नगर निगम के मुख्य प्रषासी पदाधिकारी श्री दीपांकर पण्डा, अभियंता प्रमुख, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, बिजली बोर्ड के पदाधिकारीगण मौजूद थे।
महामहिम राज्यपाल ने बैठक में कहा कि गर्मी के मौसम में पानी का सतह नीचे चला जाता है। अत: नागरिकों को निरंतर पानी मुहैया हो, इस हेतु पेयजल से सम्बद्ध सभी पदाधिकारीकर्मी मुस्तैदी से कार्य करें। उन्होंने कहा कि बोरिंग इतनी डीप होनी चाहिये कि हर मौसम में उससे पानी प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में पेयजल के साधन यथा- नलकूप और चापानल अथवा अन्य साधन सुचारू रूप से कार्यरत है अथवा नहीं, इस ओर गंभीरतापूर्वक ध्यान दें। यदि कार्यरत नहीं है तो इसे कार्यरत बनाने हेतु पूरी मुस्तैदी से व युद्धस्तर पर कार्य करें। राज्यपाल महोदय ने कहा कि बहुत से हैण्डपम्प खराब है, इस संबंध उन्हें षिकायत प्राप्त हुर्इ है। साथ ही, बहुत जगह हैण्डपम्प तो अधिष्ठापित कर दिये गये है लेकिन चबूतरे का निर्माण नहीं हुआ है, जबकि उनके द्वारा पूर्व में इस संबंध में कहा गया था कि जब तक चबूतरे का निर्माण न हो तब तक भुगतान कार्य न हो।
महामहिम ने राँची जलापूर्ति योजना की सिथति की समीक्षा करते हुए निदेष दिया गया कि ने अभियंता प्रमुख, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से कारणपृच्छा की जाय कि जब उनके द्वारा दिनांक 19 मार्च 2013 को आहूत बैठक में इससे सम्बद्ध संवेदक के विरूद्ध कार्रवार्इ करते हुए उससे कार्य छीनने का निदेष दिया गया था, तो किस परिसिथति में व किस कारण अब तक उनके विरूद्ध कार्रवार्इ नहीं की गर्इ? विदित हो कि पूर्व में भी अभियंता प्रमुख से राँची जलापूर्ति योजना की धीमी प्रगति के संबंध में कारणपृच्छा की गर्इ थी जिसका जवाब राजभवन को अप्राप्त होने का कारण जानना चाहा। बैठक में उन्होंने मानगो जलापूर्ति योजना को शीघ्र पूर्ण करने का निदेष दिया।
महामहिम राज्यपाल ने इस अवसर पर बरियातू में पाइप बिछाने के कार्य में तेजी लाने का निदेष दिया। उन्होंने बिजली बोर्ड के पदाधिकारियों से पोल षिफिंटग में भी ती्रता लाने का निदेष दिया। इस अवसर पर राँची के उपायुक्त को निदेष दिया गया कि पाइप बिछाने के कार्य में भूमि से संबंधित जो भी विवाद हो, उसका निबटारा वे शीघ्र करें। बैठक में बिजली बोर्ड द्वारा प्रस्ताव दिया गया कि विधुत के कारण पानी की आपूर्ति प्रभावित न हो, इस हेतु बोर्ड एक सब-स्टेषन स्थापित करना चाहता है। अत: इस निमिŸा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा हटिया में जमीन सुलभ कराया जाय। बोर्ड द्वारा यह भी आग्रह किया गया कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग बिजली बोर्ड को विधुत शुल्क का ससमय भुगतान करें। बैठक में महामहिम ने राँची नगर निगम को पानी की अवैध कनेक्षन को रोकने की दिषा में सार्थक पहल करने हेतु निदेष दिया।
महामहिम ने खराब हैण्डपम्प की मरम्मति युद्धस्तर पर करने का निदेष दिया तथा इस अवसर पर उन्होंने विभाग से जानना चाहा कि जल-समस्या से संबंधित आमजनों की षिकायत का निवारण कितना हो पाया है? महामहिम ने बैठक में कहा कि विधालयों में पानी की समस्या है, उनके संज्ञान में यह खबर आर्इ है। अत: विधालयों में पानी की आपूर्ति करने की जिम्मेवारी जिनकी भी हो, वे इस समस्या का निदान शीघ्र करें, ताकि छात्र-छात्राएँ इस गंभीर परेषानी से निजात पा सके।