किसके हाथों में होगी बेरमो का भविष्य तय करेगी जनता।
बेरमो विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस में सीधी टक्कर।
रांची /बेरमो:- 3 नवंबर को बेरमो विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर क्षेत्र में अब धीरे धीरे चर्चाओं का बाजार गर्म होने लगा है। इस विधानसभा की बागडोर कौन संभालेगा, किसके हाथों में होगा यहां के भविष्य का फैसला। इसको लेकर जनता के साथ सभी पार्टियों में मंथन का दौर शुरू हो चुका है। क्षेत्र में चल रही चर्चाओं कि अगर हम चर्चा करें तो इतना तय है कि इस बार कोई युवा चेहरा ही विधानसभा का नेतृत्व करेगा। पर सबसे बड़ी बात यह है कि यहां पर होने वाले प्रत्याशियों में युवा चेहरा कौन-कौन होगा। जहां कांग्रेस अपने सीट को पुनः पाने के साथ ही सहानुभूति लहर को भांजाने के लिए निर्वतमान विधायक स्वर्गीय राजेंद्र सिंह के पुत्र जय मंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह को अपना प्रत्याशी बनाने का मन बना चुकी है। वहीं भाजपा में कशमकश की स्थिति है। केंद्रीय नेतृत्व यहां पर तीन नामों को लेकर असमंजस की स्थिति में है। इनमें प्रमुख हैं गिरिडीह के पूर्व सांसद रविंद्र पांडेय, पूर्व विधायक योगेश्वर बाटुल और युवा नेता मृगांक शेखर। भाजपा के सूत्रों की माने तो कराए गए सर्वे में श्री बाटुल रेस में पिछले पायदान पर हैं। वहीं श्री पांडेय कि उम्र और इनकी प्रतिष्ठा इस सीट के लिए फिट नहीं बैठती है। ऐसे में माना जा रहा है कि श्री शेखर को भाजपा से टिकट मिलना तय है।
इस बार युवा ही लगाएंगे पार नैया
इस उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस किसी युवा पर ही अपना दांव खेलने का मन बना चुकी है। कांग्रेस जहां सीट वापसी के साथ ही सहानुभूति लहर के सहारे अपनी नैया पार लगाने की जुगत में जुटी है। वहीं भाजपा इसका माकूल जवाब देने के लिए उसी के टक्कर का कोई युवा चेहरा सामने ला सकती है। कांग्रेस अपने दिवंगत विधायक स्वर्गीय राजेंद्र सिंह के पुत्र जय मंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह को मैदान में उतारने का पूरा मन बना चुकी है। वहीं भाजपा श्री सिंह को टक्कर देने के लिए अपने तरकश का तीर मृगांक शेखर के रूप में चलाने को आतुर दिख रही है। अनूप सिंह जहां अपने पिता के नाम के सहारे वैतरणी नदी पार करने की कोशिश में लगे हैं। वहीं श्री शेखर जनता के बीच किए गए कार्यों को लेकर उत्साहित दिख रहें हैं।