मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुण्डा ने आज राँची-पतरातू पथ का बिरसा कृषि विश्वविधालय मैदान में आयोजित समारोह में लोकार्पण करते हुए कहा कि सड़क का निर्माण आवागमन की सुविधा मात्र ही नही अपितु यह आर्थिक प्रगति का आधार है। राज्य में सामाजिक एवं आर्थिक विकास की अनेक सम्भावनाएं हैं, उसे सड़क माध्यम से उभारते हुए राज्य की जनता को अधिक से अधिक लाभ मिल सके इसका सतत प्रयास किया जा रहा है। आर्थिक विकास का दायरा बढ़ रहा है, सम्भावनाएं भी बढ़ रही है। आर्थिक प्रक्षेत्र में राज्य का विकास आवश्यक है। सरकार का प्रयास है कि हर आदमी के घर तक आवागमन की सुविधा हो और हर परिवार की इतनी आर्थिक उन्नति अवश्य हो कि वह परिवहन एवं संचार के साधनों का उपयोग करे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि आधारित अर्थव्यवस्था से खनिज आधारित अर्थव्यवस्था की ओर विकास हुआ है, परन्तु आज भी झारखण्ड में अधिकांशत: कृषि आधारित अर्थव्यवस्था ही है। कृषि क्षेत्र से सरप्लस मानव शकित को भैल्यू एडिशन से जोड़ते हुए उत्पादन आधारित अर्थव्यवस्था की ओर ले जाना है। किसी भी राज्य के विकास के लिए भूमि के सही उपयोग तथा ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के बीच उत्तम सड़क संरचना आवश्यक है, तभी आर्थिक विकास सम्भव होगा।
202.97 करोड़ की लागत से बने 35.270 कि0मी0 लम्बार्इ की राँची-पतरातू सड़क को जनता को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पथ का निर्माण सरकार द्वारा कराया जाता है, परन्तु यह जनता की सम्पत्ति है, इसे सबों को समझना होगा। विकास के क्रम में सिविल सोसार्इटी की भी अहम भागीदारी है। सड़कों के किनारे सिवरेज तथा ड्रेनेज के लिए व्यवस्था आवश्यक है, यह सड़क एवं आमजनों के स्वास्थ दोनों के लिए आवश्यक है। जहाँ पर सड़के चौड़ी होती है वहां पर आर्थिक गतिविधियां बढ़ती है, उस क्षेत्र में व्यापार पनपता है एवं वहां का आर्थिक विकास होता है। हमें मिलकर काम करना होगा जिसमें आम जनता को भी सहयोग करना होगा। अच्छी सड़के राज्य के मानक होते हैं, उनके रख-रखाव में हमारी क्या भूमिका हो सकती है, यह हर व्यकित को सोचना होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य की पूरे तीन करोड़ जनता को आर्थिक गतिविधि से जोड़ते हुए उत्पादक बनाना हमारा लक्ष्य है। पूरे राज्य को आर्थिक कोरीडोर बनाना है। लो कास्ट प्रोडक्शन से हमें बाजार में स्थापित हो जाना है। झारखण्ड को अन्तर्राष्ट्रीय हब बनाया जा सकता है, यह हमारा सपना है। एक्सप्रेस वे इसी दिशा में एक प्रयास है। राज्य में राँची-बोकारो-गोविन्दपुर-साहेबगंज-तेजपुर तक सड़क का नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। इसे म्यांमार, फिलिपीन्स से जोड़ा जा सकता है। राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक विकास हेतु सरकार प्रतिबद्ध है। अनेकों विभाग इसके लिए सतत प्रयत्नशील है। लैंड यूज प्लान तथा हयूमन रिर्सोस प्लान को इन्टीग्रेट करते हुए सड़क के साथ जोड़ने पर राज्य का तेजी से विकास सम्भव है। इस क्षेत्र में पर्यटन के विकास की भी अपार सम्भावनांए हैं। कल्चलर हैरिटेज, फिल्म इन्डस्ट्री तथा पर्यटन को डाउन स्ट्रीम इन्डस्ट्री के रूप में विकसित किया जा सकता है।
अध्यक्ष राज्य समन्वय समिति श्री शिबू सोरेन ने आवागमन में सड़कों की महत्त्ता को रेखांकित करते हुए सड़कों के संरक्षण में आम लोगों की सहभागिता पर बल दिया। इस मौके पर अध्यक्ष, झारखण्ड विधान सभा श्री सी0पी0सिंह ने कहा कि सड़के विकास का दपर्ण होती हैं। राज्य की दूसरी सड़को का भी निर्माण मानको के अनुरूप गुणवत्तायुक्त होना चाहिए। उप मुख्यमंत्री श्री सुदेश कुमार महतो ने कहा कि सड़कों से कर्इ सम्भावनाओं का जन्म होता है। राज्य सरकार ग्रामीण सड़कों के निर्माण की दिशा में भी तेजी से काम कर रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए हमें गुणवत्तायुक्त सड़कों का पी0पी0पी0 मोड पर निर्माण कराने के विकल्प के बारे में सोचना है। उप मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने कि अच्छी सड़कों से राज्य की छवि बनती है। राँची -पतरातू पथ से इस क्षेत्र के लोगों के लिए नर्इ सम्भावनाएं उभर कर सामने आएंगी। उन्होंने विकास के लिए आम जनता की सक्रिय भागीदारी पर बल देते हुए कहा कि विकास कार्यों में सब की सहभागिता जरूरी है।
अपने स्वागत सम्बोधन में प्रधान सचिव पथ निर्माण विभाग श्रीमती राजबाला वर्मा ने राँची-पतरातू मार्ग के विशेषताओं से लोगों को अवगत कराया। उन्होंने राज्य में पथ निर्माण की चल रही अन्य योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि पथ निर्माण विभाग के द्वारा हर जिले का सड़क ग्रीड बनाया जा रहा है।
इस अवसर पर विधायक श्री नवीन जायसवाल, स्थानीय विधायक श्री रामचन्द्र बैठा, पूर्व सांसद श्री रामटहल चौधरी, मुख्य सचिव श्री एस0के0चौधरी, प्रधान सचिव सूचना तकनीक श्री एन0एन0सिन्हा, अभियंता प्रमुख श्री राम नरेश रमण सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यकित उपसिथत थे।