Come August 9 and the Adivasis of the world will celebrate “International Day of the World’s Indigenous people.’
Scores of educated and conscientious Adivasis are gearing up to celebrate the occasion with pomp and show in Jharkhand where more than 26 percent of over 3.25 crore people were Adivasis.
In an email to jharkhandstatenews.com Charles Marandi,an Adivasi,has sent a poster reading:
“This is the day of our determination.This is the day of our commitment.This is the day to strengthen our unity.This is the day of our sharing and caring.This is the day of our dedication and passion.This is the day of our re energising to protect our Jal(Water),Jangal(Forest),Jameen(Land),Language and Cultural heritage.Jai Indigenous People of the World!Jai Adivasi.Jai Bharat.Hul Johar!.”
Marandi’s mail was forwarded by another Adivasi Dhuni Soren.”Indeed. It is the day of standing united and promising to fight for our rights”,Soren wrote in the e mail exhorting his brethren to celebrate the day in high spirit.
Meanwhile,a press release issued by public relations department in Hindi said as follows:
अन्तर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को आदिवासी समुदाय के व्यकितयों के अधिकारों को संरक्षित करने तथा बढ़ावा देने के उददेश्य से मनाया जाता है। इस दिवस का एक उददेश्य आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा विश्व के उत्थान हेतु किये जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों को चिनिहत करना भी है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा संकल्प संख्या-49214, दिनांक-23 दिसम्बर 1994 द्वारा यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को अन्तर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस मनाया जाएगा। 2005-2014 के दशक को ष् । क्मबंकम वित ।बजपवद ंदक क्पहदपजलष् के विशेष जीमउम के साथ मनाया जाना है। इस दशक का मुख्य उददेश्य आदिवासियों के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों, यथा-सांस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, मानवाधिकार, पर्यावरण तथा आर्थिक एवं सामाजिक विकास के मामलों में महसूस की जा रही कठिनार्इयों को दूर करने हेतु अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रयासों को और मजबूत किया जाना है।
श्री राजीव अरूण एक्का सचिव कल्याण विभाग ने बताया कि झारखंड सरकार द्वारा इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस को हर्षोल्लास एवं धूम-धाम से मनाये जाने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर राँची के मोरहाबादी मैदान में राज्य के तमाम जिलों के परम्परागत ग्राम प्रधान, मानकी, मुण्डा, पाहन तथा पंचायती राज संस्थाओं के चयनित जनप्रतिनिधिगण का एक महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उदघाटन माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा जनजातीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों कीे प्रस्तुती की जाएगी, साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में आदिवासी समुदाय के वैसे लोग, जिनके द्वारा सराहनीय कार्य किये गये हैं, उन्हें प्रशसित पत्र प्रदान करते हुए सम्मानित भी किया जाएगा। सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा अपने विभागों से सम्बनिधत जनोपयोगी लोककल्याणकारी योजनाअेां की जानकारी भी स्टालआडियों विडियों के माध्यम से दी जाएगी।