सिमडेगा के बीरू स्थित शांति भवन मेडिकल सेंटर अस्पताल में एक साथ 5 ओपेन हार्ट सर्जरी का रिकॉर्ड बना है। डीवाइ पाटिल यूनिवर्सिटी, नवी मुंबई के प्रिंसीपल एडवाइजर और कार्डियक सर्जरी के एचओडी डॉ जेम्स थॉमस ने 15 16 मई को अस्पताल में ही सभी मरीजों की सर्जरी की। सर्जरी में बीस घंटे का समय लगा। इस दौरान डॉक्टर थॉमस के अलावा उनकी पूरी टीम को लगातार काम करना पड़ा। एक-एक मरीज की क्लोज मॉनिटरिंग भी हुई। सभी मरीज धीरे-धीरे रिकवर कर रहे हैं। डॉ थॉमस शांति भवन हास्पिटल के रेग्युलर विजिटर हैं। उन्होंने अपने 30 साल से भी ज्यादा के कैरियर में अब तक 16 हजार हार्ट सर्जरी की है। उनके साथ चार अन्य डॉक्टरों ने भी सर्जरी में सहयोग किया।
शांति भवन हॉस्पिटल रांची से दूर तो है, लेकिन यहां मौजूद स्टेट ऑफ आर्ट फैसिलिटीज के देश के बड़े चिकित्सक भी कायल हैं। यही वजह है कि वेल्लोर से लेकर चंडीगढ़ और दिल्ली से लेकर मुंबई तक के प्रख्यात चिकित्सक यहां अपनी सेवाएं देते हैं। डॉक्टर थॉमस ने कहा कि जिन मरीजों का ऑपरेशन किया गया, उनके हार्ट में अलग-अलग तरह की बीमारियां थीं। इनका पहले से ही इलाज चल रहा था। सभी को 15 ओर 16 मई को सर्जरी का समय दिया गया था।
हॉस्पिटल के चीफ एडमिंस्ट्रेटर अरविन सुशील ने बताया कि सभी मरीज समाज के निचले तबके से आते हैं। इन सभी के पास इलाज में आने वाले खर्च के लिए पैसे नहीं थे। सभी का इलाज मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी चिकित्सा सहायता निधि से मिली सहयोग राशि से हुआ है। राज्य सरकार की ओर से एक-एक मरीज को इलाज के लिए 1.30 लाख रुपए दिए गए। इस राशि में सभी की सर्जरी के साथ-साथ इलाज का पूरा खर्च शामिल है।
इन मरीजों की हुई ओपेन हार्ट सर्जरी
1. पूनम एक्का (20 वर्ष)
2. करुणा देवी (45 वर्ष)
3. अर्पित बा (5 वर्ष)
4. कांति कुमारी (5 वर्ष)
5. भलेरिया खाखा (50 वर्ष)
सर्जरी में शामिल डॉ थॉमस की टीम
1. डॉ योगेश जावर (एनिस्थीसिया)
2. डॉ प्रभात केशव (एनिस्थीसिया)
3. डॉ कृष्णा बिरुआ (हार्ट सर्जन)
4. सिस्टर लोलीसाजी जॉन (सीनियर नर्स)
5. जीवन सिंह (इको टेक्नीशियन)