मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने खूँटी जिले की परंपरागत जनजातीय बुनकर षिल्प को प्रोत्साहित करने हेतु झारक्राफ्ट के माध्यम से परंपरागत षिलिपयों के क्षमता संबद्र्धन हेतु विषेष प्रषिक्षण कार्यक्रम चलाने का निदेष दिया है। वर्तमान में जिले के निमोचा, सरीदकेल, पीड़ीहातू, किताहातू, सूनगी एवं टी0 सी0 आर्इ0 सेन्टर, गोबिन्दपुर में संचालित प्रषिक्षण केन्द्रों के अलावे पाँच नए प्रषिक्षण केन्द्र प्रारंभ करने का आदेष भी उन्होने दिया हैं। विषेष रूप से महिला षिलिपयों को रोजगार से जोडे़ जाने के साथ-साथ 21 समूहों में 630 महिलाओं को पेपर मेसी, काथा स्टीच, डोकरा, पर्ल ज्वेलरी, जूट जरदोजी एवं एपिलक जैसे हस्तषिल्पों में प्रषिक्षण किए जाने का लक्ष्य चालू विŸाीय वर्ष में रखा गया है। इसके अतिरिक्त माननीय मुख्यमंत्री जी के निदेष पर जरीयागढ़ में बेल मेटल के कलस्टर के विकास की योजना स्वी—ति हेतु भारत सरकार को भेजी जा रही है जिससे तकरीबन 150 स्थानीय हुनरमंद लाभानिवत होंगे।
मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने झारखण्ड स्पेस एप्लीकेषन स्तर द्वारा खुँटी जिले के मूरहू, तोरपा एवं खुँटी प्रखंड की भूमि को मुख्य रूप से उपयुक्त पाए जाने की मैपिंग की चर्चा करते हुए मलबरी फार्म हेतु शीÄ्र भूमि उपलब्ध कराने सहित आरगेनिक मलबरी सिल्क उत्पादन की योजना पर भी शीÄ्र कार्य करने का निदेष दिया है।
उन्होने खूंटी में झारक्राफ्ट का इम्पोरियम खोले जाने का निदेष देते हुए कहा है कि राम—ष्ण मिषन के सहयोग से खूंटी के मूरहू प्रखंड में अर्जुन एवं आसन पौधों पर किए जा रहे तसर रेषम कीटपालन को जिले के अड़की एवं कर्रा प्रखंड में भी विस्तारित करे जिसके लिए झारक्राफ्ट के स्तर से मास्टर टे्रनर डिजार्इनर एवं प्रषिक्षण सामग्री उपलब्ध करार्इ जाएगी।