राँची, दिनांक-5, सितम्बर, 2012- मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुण्डा ने आज विधान सभा में अपने वक्तव्य में कहा कि हम सदन में राज्य के वैसे विषयों पर ही चर्चा करें जो लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधाारित हो। उन्होंने कहा कि जब हम लोकतंत्र की बात करते हैं तो हमारी भावना न मात्र आज की व्यवस्था से नहीं जुड़ी होती बल्कि इससे हम आगे के फुटस्टेप्स को भी बनाते चले जाते हैं। लोकतंत्र की बुनियादी शर्त यही है कि हमारी आनेवाली पिढ़ी जिसको हम इस व्यवस्था का दायित्व देना चाहते हैं उसको एक मजबूत आधार मिले। लोकतंत्र को यदि इसकी व्यापकता में न लिया जाए तो डेमोक्रेसी अपने-आप में कुंठित और कमजोर होता हुआ दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि जिस लोकतंत्र एवं संविधान को हमने अंगीकार करते हुए चीजों को हमने सोचा है, वह सम्भवतः छोटी बातों से नहीं बल्कि एक व्यापक दृष्टिकोण है, जिसका एक व्यापक एवं मजबूत आधार भी है।